
बीते साल की शुरुआत में पहली को’रोना सं’क्रमण की बीमा’री ने दुनियाभर को सकते में डाल दिया था। बीते साल को’रोना सं’क्रमण के कारण कई त्योहारों पर इसका बु’रा असर भी पड़ा। अब एक बार फिर से को’रोना सं’क्रमण अपने पैर प’सारने लगा है। दुनिया के कई देशों में को’रोना सं’क्रमण के मामले फिर से बढ़ने शुरू हो गए हैं। इसी के चलते संयुक्त अरब अमीरात ने को’रोना सं’क्रमण म’हामा’री को देखते हुए सावधानी के तौर पर रमजा’न के महीने के दौ’रान नई सुरक्षा नियमों को लागू करने का फैसला लिया है।
आपको बता दें कि 13 अप्रैल से रमजान का महीना शुरू होने वाला है। मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस मामले में कहा है कि इस महीने के दौरान जो लोग अपने घर में नहीं रहते उन्हें एक स्थान पर जुटना, आपस में प’कवा’नों के लेनदेन करने से बचना चाहिए। वहीँ इस मामले में राष्ट्रीय आ’पा’त’का’ली’न सं’क’ट एवं प्र’बं’ध’न प्रा’धिक’रण ने कहा है कि ”स’माज के स्वास्थ्य और सु’र’क्षा के लिए, हम सभी को सलाह देते हैं कि रमज़ान के दौरान शाम की स’भा’ओं से बचें। पारिवारिक यात्राओं को सीमित करें और घरों और परिवारों के बीच पकवानों के वितरण और आदान-प्रदान से बचें। केवल एक ही घर में रहने वाले एक ही परिवार के सदस्य पकवान साझा कर सकते हैं।
Ramadan Iftari
उनका कहना है कि खाना सिर्फ श्रमिक आवाज में ही वितरित किया जा सकता है। हालांकि जो लोग श्रमिकों को भोजन दान करना चाहते हैं। इसके लिए उन्हें पहले भोजन के पैकेट बनाने होंगे। इसके साथ ही प्रा’धि’क’रण ने ये भी कहा कि सा’मू’हि’क इफ़्तार टें’ट और म’स्जि’दों के सामने खाने का स्टॉ’ल लगाने की स’ख़्त म’ना’ही है। साथ ही रेस्टोरेंट्स को भी खाना बांटने की इ’जाज़त नहीं होगी।इन पैकेटो को वह आवाज प्रबंधन या फिर किसी रेस्टोरेंट के प्रबंधन की मदद लेकर पैक कर सकते हैं और इसका वितरण सहजता और सावधानी से कर सकते हैं। गौरतलब है कि इस्लाम में रमजान का महीना सबसे पाकर पवित्र महीना माना जाता है। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग दिन भर रोजा रखते हैं और अल्लाह की इबादत करते हैं।