जिस दिन से ये पत्ता अपने घर में रखना सुरु करोगे उसी दिन से मालामाल बन जाओगे, करोड़पति बनोगे

जिस दिन से ये पत्ता अपने घर में रखना सुरु करोगे उसी दिन से मालामाल बन जाओगे, करोड़पति बनोगे
सबसे पहले तो ये पत्ते को देखकर के पहचान लीजिए, दोस्तों ये बेर का पत्ता है। आप में से बहुत सारे लोगों ने हमें comment किया कि गुरु जी, आप जो हैं बहुत सारे पेड़ पौधों की जड़ी बूटी की वीडियो बना रहे हैं, जानकारी बता रहे हैं, लेकिन हमारे घरों के आसपास में पाए जाने वाले बेर के बारे में कोई जानकारी ही नहीं बता रहे हैं, तो इसलिए दोस्तों आज की जो वीडियो है, वो बेर के बारे में ध्यान दीजिए, बेर कोई साधारण पौधा नहीं है।

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तंत्र में इसके जबरदस्त powerful प्रयोग बताऊंगा और दोस्तों अध्यात्म दृष्टि से धार्मिक दृष्टि से भी इनके तीन प्रयोग बताऊंगा और ये तीन प्रयोग आपको सुख शांति देंगे। घर में वैभव को बढ़ाएंगे और जो तांत्रिक प्रयोग बताऊंगा वो आपके शत्रु का सर्वनाश करेगा।

तो दोस्तों ये जानकारी मैं बीच में बताऊंगा। इसका सर्वप्रथम आप लोग नाम जान लीजिए तो बैर का वनस्पति नाम है दोस्तों इसे Jin Jin Pens Mauritian के नाम से जानते हैं और ये रेमनसी का पौधा है इसे अंग्रेजी में जो झुप के नाम से जानते है थोड़ा video ध्यान से देखिए बेल के पत्ते को देख करके वैसे प्राय जो लोग ग्रामीण इलाके से है उन लोगों को जरूर पता होगा वैसे सभी लोग जानते है

दोस्तों प्रभु Ram जी को प्रभु Ram जी को Sabari ने बेर खिलाए थे दोस्तों ये वही बेर है बेर के पौधे में बहुत सारे दैवीय शक्तियों का वास होता है इसलिए आज की video में अध्यात्म जानकारी भी बताऊँगा तांत्रिक जानकारी भी बताऊँगा और इसकी आयुर्वेदिक जानकारी भी बताऊंगा। वीडियो को जरा सा भी स्किप नहीं करना है। वीडियो को ध्यान से देखना है, ध्यान से सुनना है। सर्वप्रथम तो सभी लोग ये बताइए। ये जो बेर के पत्ते देखकर के पहचान रहे हैं इसे आपके यहाँ किस नाम से जानते हैं आप हमें comment सेक्शन में जरूर बताना।

और वीडियो को लाइक कर चैनल को सब्सक्राइब जरूर करना। दोस्तों ताकि आने वाले समय में इस प्रकार के आयुर्वेद की जानकारी आपको सबसे पहले मिल सके। और जब आप लोग comment करते हैं तो दोस्तों मुझे भी अच्छा लगता है। जब आप लोग comment करते हैं तो ये benefit मिलता है कि आप लोगों के comment को और भी लोग देखते हैं। जब लिखते हैं तो आपके राज्य में इसे किस नाम से जानते हैं? बहुत सारे लोग comment को read करते हैं। पढ़ते हैं तो उन्हें भी लाभ मिलता है। तो चलिए मैं आप लोगों को इसके आयुर्वेदिक लाभ बता रहा हूँ। आयुर्वेदिक लाभ के बाद धार्मिक लाभ बताऊंगा और इसके तांत्रिक प्रयोग भी बताऊंगा। क्योंकि दोस्तों हर एक पेड़ पौधे में अपना अलग गुण होता है। अपनी एक अलग विशेषता छुपी हुई होती है। बस उनकी विशेषता को हमें पहचानना आना चाहिए।

उनके आयुर्वेदिक गुणों को हमें जानना आना चाहिए। तो दोस्तों कोई भी पेड़ पौधे हमारे लिए फिर वो फालतू का पेड़ पौधा नहीं रह जाता। वह लिए दिव्य एवं देवी देवताओं की तरह पूजनीय हो जाते हैं। तो दोस्तों जो ये बेर का पौधा है इसके अंदर में थोड़ा ध्यान से सुनना vitamin mineral और anti oxidant ये भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसीलिए दोस्तों इसे स्वास्थ्यवर्धक भी कहते हैं। आचार्य चरक ने इसके बारे में भी बहुत सारी जानकारी बताई है। चरक संहिता, सुसुरु संहिता और अष्टांग ह्रदय में भी इसका आप लोगों को बारीकी से जानकारी मिल जाती है।

तो दोस्तों, ये सिर दर्द की रामबाण दवा है। कैसा भी आपके सिर दर्द हो रहा हो, ये सिर के दर्द को दूर भगाने का काम करता है। तो दोस्तों, अगर आपको काम का तनाव और भाग दौड़ भरी जिंदगी की वजह से अगर आपके सिर में शिकायत होती है, तो एक काम करना ये जो बेर का घरेलू उपाय है, ये आपके लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी सिद्ध होगा। बेर की जड़ और पीपली ये दोनों को पीस करके दोस्तों, आपको अपने सर पर मस्तक पर लेप करना है, तो ये किस प्रकार के सिर के दर्द को ठीक करेगा। जैसे कि अदिकापारी की जो पीड़ा हो, जो दर्द होता है, अधिका पारी का पीड़ा किसे बोल सकते दोस्तों जैसे की सूरज ढलने के साथ साथ जो दर्द होता है सूरज जैसे उगता है सिर में दर्द होने लगता है तो इस प्रकार का जो दर्द होता है दोस्तों ये दवाओं से ठीक नहीं होता तो ये इस प्रकार के दर्द को ये ठीक करेगा और अगर साधारण सिर का दर्द है उसके लिए रामबण है। इसके बाद दोस्तों आँखों के दर्द को ये रोकने का काम करता है। अब आँखों में कैसे दर्द होता है।

तो आजकल देर तक computer पर काम करना या दिन भर काम करने के बाद आँखों में दर्द होना बहुत ही साधारण बात है और इस दर्द से राहत पाने के लिए एक काम करना बेर की छाल। वैसे तो अभी मैं आप लोगों को video में दिखा रहा हूँ इसकी छाल नहीं दिखा पा रहा हूँ इसके बड़े जो पौधे होते हैं इस पौधे से आपको इसकी छाल निकालना है और इसकी छाल को पीस करके आपको अपनी आँखों के बाहर चारों तरफ आपको लगाना है तो ये आँखों में होने वाले सभी प्रकार के दर्द को जड़ से समाप्त करने का काम करता है।

एक और इसका हमने दुर्लभ चमत्कारिक प्रयोग देखा है। नक्शीर को दूर करने के लिए video को कभी भी एक बात जान लीजिए। दोस्तों जानकारी बता रहा हूँ आधा अधूरा छोड़ कर के मत जाना। हमेशा अधूरा पटकती तलवार की तरह होता है और सभी लोग जान लीजिए पेड़ पौधों की जानकारी अभी नहीं तो आपको आगे चलकर के काम आएगी दोस्तों पेड़ पौधों की जानकारी आपको हमेशा काम आएगी और इस जानकारी से आप दूसरों का भी भला कर पाएँगे और इस जानकारी को प्राप्त करके आप दूसरे को दवा देकर के पैसा कमाना भी सीख सकते है

एक वैद्य बन सकते है तो दोस्तों गर्मी के समय में कुछ लोगों को अत्यधिक गर्मी बढ़ जाती है तो दोस्तों नाक से खून बहना शुरू हो जाता जिसे हम नक्सीर बोलते हैं और नाक से खून बहना। गर्मी के समय में जो गर्म तासीर के व्यक्ति जिनके शरीर में गर्मी बढ़ती है। उन लोगों के लिए रामबाण की तरह काम करता है। तो करना क्या है? बेर वृक्ष के पत्ते को पीस करके ध्यान से देखना हमारी वीडियो में इस प्रकार से होता है, बेर, वृक्ष के पत्ते तो इस प्रकार के पत्ते को लेना है और पत्ते को पीस करके कनपटी पर लेप करना है, तो नकसीर बंद हो जाता है। कनपटी पर लेप करना है, तो कैसा भी नक्सीर हो, नकसीर बिल्कुल ही हो जाते हैं। इसके बाद ये मुँह के छाले में भी काफी रामबाण की तरह काम करता है।

दोस्तों, मुँह के छाले ठीक करने के लिए बेर के पत्तों के काढ़े में नमक मिलाकर के गरारा करना है। इसके पत्ते लेना है, पाँच से दस इसके पत्ते ले लीजिए, दो सौ ML पानी ले लीजिए, उसमें इसके पत्ते को डाल लेना है और एक काढ़ा बनाना है और इस काढ़े में थोड़ा सा आपको नमक मिला देना है और गुनगुना आपको इसे होने देना है। फिर आपको गरारा करना है, तो दोस्तों मुख में जैसे आपके दर्द, है या फिर छाले हैं वो भी ठीक हो जाते हैं। मसूड़े में अगर bleeding होती है, खून निकलता है वो भी दूर हो जाती है, तो ये एक प्रकार के दोस्तों जबरदस्त powerful आयुर्वेदिक दवा बिना किसी खर्च के बिना एक रुपए लगाए। आप मुँह के छालों से भी छुटकारा पा सकते हैं। इसके बाद दोस्तों ये उल्टी की समस्या को रोकने का काम करता है। जरा video को ध्यान से सुनना, हमने बहुत सारे लोगों को देखा है। उल्टी की वजह से उनका जीवन बर्बाद हो चुका है।

दोस्तों ऐसे लोगों का शरीर बिल्कुल ही पतला होता है, दुबले हो जाते हैं तो इसके लिए करना क्या होता है? समान भाग में जामुन लेना होता है और खट्टे बेर का चूर्ण लेना होता है। एक से दो ग्राम और इसमें मधु मिलाकर के शहद मिलाकर के चाटना होता है, तो कैसा भी जो उल्टी होता है, ना उल्टी होना बंद हो जाती है, चलिए मैं आप लोगों को इसके तांत्रिक लाभ बता दूँ, फिर धार्मिक लाभ बताऊंगा और इसके फिर आयुर्वेदिक प्रयोग बताऊंगा, तो तांत्रिक लाभ क्या है? थोड़ा ध्यान से सुनिए,

वैसे तो दोस्तों बहुत सारे लोगों ने हमें कहा है कि गुरूजी तांत्रिक लाभ मत बताया करें, लोग इनका दुष्ट कर सकते हैं। तो देखिए दोस्तों कुआँ बनाया जाता है, लोगों की प्यास बुझाने के लिए और अगर उसमें कोई निर्बुद्धि आकर के आत्महत्या करता है, तो दोस्तों उसमें आत्महत्या करने वाला का दोष है, ना कि कुआँ जो बनाया है, लोगों की प्यास बुझाने के लिए उनका दोष है, तो मैं आप लोगों को जानकारी केवल जनहित के लिए बताता हूँ। और दोस्तों, मैं जानकारी मुझे गुरु परंपरा से प्राप्त हुई है। कुछ जानकारी मैं किताबों से भी ग्रहण करता हूँ और कुछ जानकारी दोस्तों मैं स्वयं अजमाया हुआ हूँ

क्योंकि मैं आयुर्वेद से लंबे समय से जुड़ा हुआ हूँ तो दोस्तों अगर अमावस्या के दिन केवल इसके इक्कीस कांटे लिए जाए और शत्रु के घर में या फिर आँगन में रात्रिकालीन साढ़े नौ बजे के बाद अगर फेंके जाए तो शत्रु का सर्वनाश हो जाता है लेकिन दिन अमावस्या होना चाहिए अमावस्या के दिन और अगर शनिवार पड़ा है तो फिर सोने पे सुहागा है शत्रु को बर्बाद होने से उनका सर्वनाश होने से दुनिया की कोई भी शक्ति नहीं रोक पाएगी लेकिन यह प्रयोग केवल आपको अपने हित के करना है। दोस्तों जब आपको शत्रु बहुत परेशान करने लगे तब जो है

आप इनका प्रयोग करना क्योंकि ये hundred percent लाभ देता है। तंत्र शास्त्र का अपना अलग ही महत्व होता है और तांत्रिक क्रिया हमेशा लाभ ही देती है। दोस्तों कभी प्रभाव विफल नहीं जाता। इसके कांटे और स्याही का कांटा इसके कांटे लेना है दोस्तों इसके आपको कम से कम सात कांटे लेने है और सेही एक प्रकार का पक्षी होता है। से ही से हमें कांटे प्राप्त होते है ये भी पूजन पाठ दुकान में सेही के कांटे आपको मिल जाएंगे, तो इसके सात कांटे लेने हैं और सेही के सात कांटे लेने हैं

और दोस्तों आपको इसे अपने घर के द्वार पर एकादशी या फिर पूर्णिमा के दिन घर के द्वार पे आपको हनुमान जी महाराज का नाम लेकर के दोस्तों आपको गाड़ना है, तो पूरे तरीके से आपके घर का बंधन हो जाएगा, अर्थात दोस्तों, आपके घर में किसी भी प्रकार की अनहोनी नहीं होगी, बुरी शक्ति आपके घर को अगर बर्बाद करने में लगी हुई है, या अगर कोई सामने वाला आप पर तांत्रिक करता है, आपके ऊपर में आपको बहुत ही ज्यादा परेशान कर रखा है, तो ये उपाय जरूर करना आपके घर का बंधन हो जाएगा। फिर कोई भी चाहे कितना भी बड़ा तांत्रिक क्यों ना हो, आपका बाल भी बांका नहीं कर पाएगा। मैं इसलिए दोस्तों केवल जन कल्याण के लिए इस प्रकार की जानकारी बता दे रहा हूँ।

मैं आप लोगों को इस धार्मिक प्रयोग बता दूँ क्योंकि धार्मिक प्रयोग भी जानना जरूरी है। दोस्तों धार्मिक प्रयोग बताने से पहले मैं आप लोगों को दो तीन इसके और भी आयुर्वेदिक प्रयोग बता दूँ जो प्रयोग आपको आगे चलकर के काम आएँगे। तो जैसे मूत्र संबंधी समस्या किसी को होती है। मूत्र संबंधी बीमारी बहुत ही दोस्तों एक प्रकार की गंभीर बीमारी है जैसे मूत्र करते समय दर्द होता है जलन होती है मूत्र रुक-रुक के आता है। मूत्र कम होता है तो दोस्तों बेर का प्रयोग सकते हैं, बेर के पत्ते को पीस कर के नाभि पर लगाना होता है, जिसे हम पेडू बोलते हैं। हिंदी में जिसे हम पेडू बोलते हैं, कई लोग उसे नाभि बोलते हैं, तो नाभि पर लगाना होता है, दोस्तों तो मूत्र त्याग करते समय जो परेशानी आती है, परेशानी आती है जैसे कि मूत्र रुक-रुक कर के आता है, मूत्र में दर्द होता है, जलन होती है,

ये सारी वेदना से ये सारे दर्द से आपको छुटकारा मिल जाएगा। बहुत सारे लोगों का कहना है और धार्मिक ग्रंथों में भी इसके बारे में लिखा है कि भगवान राम को सबरी ने बेर खिलाए थे। तो दोस्तों ऐसा माना जाता है, भगवान राम को, भगव राम को अगर बेर भेंट किया जाए अगर राम नवमी के दिन भगवान राम को बेर चढ़ाए जाए तो दोस्तों इच्छित वस्तु की तत्काल प्राप्ति होती है। अब राम नवमी के दिन आपको बेर नहीं मिल पा रहे हैं। तो ये काम जरूर करना भगवान राम को जब भी आपको बेर का फल मिले। बेर का फल मिले तो थोड़ा सा आप बेर का फल भगवान राम जी के मंदिर में जाना और भगवान राम को जरूर भेंट करना। दोस्तों भगवान राम को ये बेर भेंट करने से आपको सभी प्रकार की भौतिक सुख और इच्छित वस्तु की होगी

इसके बाद दोस्तों ऐसा भी कई हमने धार्मिक गुरुओं से सुना है और जनसंपर्क के लोगों से सुना है कि मंगलवार के दिन Hanuman जी महाराज को अगर बेर का भोग लगाया जाए मंगलवार के दिन अगर Hanuman जी महाराज को इसके फल का भोग लगाया जाए तो भौतिक सुख की प्राप्ति होती है और मंगल ग्रह मजबूत होता है जिनका मंगल ग्रह कमजोर होता है दोस्तों ऐसे व्यक्ति भौतिक सुखों से हीन हो जाते हैं ऐसे व्यक्ति को भौतिक सुख मिलने ही वाला होता है इनके भाग्य में होता है लेकिन औतिक सुख मिल नहीं पाता है। तो एक काम करना मंगलवार के दिन किसी भी मंगलवार के दिन हनुमान जी महाराज को इसका जो फल है दोस्तों भोग के लिए भेट के लिए आप जो है भेंट कर दीजिए, भोग चढ़ा दीजिए। आपका मंगल मजबूत हो जाएगा। जिनका मंगल मजबूत होता है,

दोस्तों उन्हें धन, ऐश्वर्या, भौतिक सुख ये सब स्वत प्राप्त होते हैं। इसके बाद अगर किसी भाई को विवाह में विलंब हो रहा है, किसी बहन को विवाह में विलंब हो रहा है, तो इसका एक ज्योतिष प्रयोग बता रहा वो भी ध्यान से सुनना विवाह में विलंब हो रहा है, तो बेर के फल इसके फल लेने हैं, कितने फल लेने हैं? इसके पांच फल लेने हैं और इसे लाल कपडे में छोटा सा टुकड़ा लाल कपडे का लेना है, उसमें इसके पांच फल लेने हैं, ये बांध कर के आपको अपने शरीर से आपको अपने शरीर से सात बार उतारा लगाना है, सात बार उतारा लगाने के बाद इसे हनुमान जी महाराज को जाकर के भेट करना है, केवल पांच मंगलवार तक ये क्रिया करनी है, और इसके बाद दोस्तों शाम के समय में आप चाहे तो हुए जो आप ये पाँच इसके फल लिए लाल वस्त्र में इसे बांधा है इसे आप बहते हुए जल में भी प्रवाहित कर सकते है या फिर आप चाहे तो ये एक और प्रयोग है

तांत्रिक प्रयोग है इसके पाँच फल लीजिए इसे लाल कपडे में बांधिए सात बार शाम के समय में जब दिन हो ना रात हो सायंकाल इस समय में आपको दोस्तों अपने शरीर से सात बार उतारा करने के बाद बहते हुए जल में प्रवाहित करना है तो विवाह में विलंब आ रहा है या फिर court कचहरी का मामला है शत्रु परेशान करके रखा है दोस्तों उसमें काफी जल्दी आपको result मिलेगा आपके शत्रु उनका स्वत ही नाश हो जाएगा विवाह में विलंब हो रहा है विवाह में विलंब तत्काल दूर होगा दोस्तों आपको एक अच्छे रिश्ते की प्राप्ति होगी चलिए मैं आप लोगों को इसके और भी अच्छे प्रयोग बता दूँ दोस्तों खुजली को ये दूर करने में भी प्रयोग होता है आजकल प्रदूषण भरे वातावरण में त्वचा संबंधी रोग होने का खतरा बहुत ही बढ़ता जा रहा है और हर कोई किसी ना किसी त्वचा संबंधी ग्रस्त हैं तो बेर जो हैं, दोस्तों आपकी परेशानी को दूर कर सकता है।

बेर की जड़ का काढ़ा बनाकर के उसमें चावल को पका करके खाने से दोस्तों बेर की जड़ का काढ़ा बनाना है। बेर की जड़ का काढ़ा बनाना है और इस काढ़े में चावल को डालकर के पकाना है। चावल पकाना है और इसे आपको खाना है दोस्तों। इससे खुजली में राहत मिलती है, क्योंकि आयुर्वेद का जो प्रयोग होता है, दोस्तों थोड़ा सा अटपटा होता है, उल्टा होता है। और देखिए हमेशा याद रखना आयुर्वेदिक दवा आपको जब फायदा नहीं करती तो नुकसान भी करती है, तो इस बात का हमेशा ध्यान रखना।

दोस्तों, बेर की जो जड़ है, इसके चूर्ण को घाव पर छिड़कने से घाव जल्दी भर जाता है और पुराने घाव में जैसे कि फोड़े आ गया है, कीड़े लग गए हैं, वो भी मर जाते हैं। इसके बाद दोस्तों, एक काम ज़रूर करना। मैं अंतिम प्रयोग बता रहा हूँ। बिच्छू अगर किसी को डंक **** **** काट ले, तो इसमें ये रामबाण की तरह काम करता है, तो बेर की छाल को पीस करके बिच्छू के काटे हुए स्थान पर लेप करने से बिच्छू काटने पर जो दर्द होता है, सूजन होती है, जो घाव होता है, दो उसमें राहत मिलती है। बेर की छाल को इसके पत्ते नहीं इसकी छाल को पीसना है, पीस करके बिच्छू जहाँ पे डंक मारा है, काटा है वहाँ पे लेप लगाइए तो जो दा होता है गर्मा type का जो दा होता है ना बिच्छू मारने के बाद उस दा में आपको काफी राहत मिलेगी। दर्द है सूजन है ये धीरे-धीरे दूर हो जाएगी। दोस्तों अगर आप भी बेर के बारे में कोई और आयुर्वेदिक लाभ जानते हैं इसके धार्मिक प्रयोग जानते हैं।

आयुर्वेदिक प्रयोग जानते हैं तो कृपया हमें comment section में ना दोस्तों ताकि आने वाले समय में आपके द्वारा बताई गई जानकारी हम अपने channel में साझा कर सके और आप जो भी जानकारी इसका आयुर्वेदिक प्रयोग बताएँगे धार्मिक प्रयोग बताएँगे वह जानकारी मैं आपके नाम से इस channel में जानकारी साझा करूँगा आपका नाम भी बताऊँगा आपका नाम show करूँगा तो दोस्तों ये जानकारी कैसी लगी आप हमें comment section में जरूर बताइएगा और इस जानकारी को अपने तक सीमित मत रखना जनहित एवं जन कल्याण के लिए इस video को आगे जरूर ना दोस्तों क्योंकि जानकारी बढ़ाने से ही जानकारी बढ़ती है। video को फैलाइए आपको भी पुण्य मिलेगा और comment box में जय हिन्द, जय आयुर्वेद ज़रूर लिखना। धन्यवाद, नमस्कार।