सोने की रोशनी में नहाया सीता का शहर! जनकपुर (Nepal) के दिवाली जैसे जश्न की अनदेखी तस्वीरें!

जनकपुर में 2.5 लाख दीपों की जगमगाती रोशनी से रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा का जश्न

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अयोध्या में भव्य राम मंदिर के शुभारंभ को मनाते हुए, राम लला के गृहनगर जनकपुर ने सोमवार शाम एक शानदार दीपोत्सव देखा। 2.5 लाख दीपों का प्रकाश पूरे शहर को जगमगाता रहा, जो माता सीता के पिता राजा जनक की प्राचीन नगरी है।

हफ्तों पहले से ही उत्सव की तैयारी जोरों पर थी, हर गली-नुक्कर रंग-बिरंगे साज-सज्जा से सजी थी। स्थानीय समूहों ने दीप जलाने की सामग्री से लेकर “जय सियाराम” की रंगोली तक, समारोह में कोई कमी नहीं रहने दी।

ड्रोन कैमरों ने जनकी मंदिर के आसपास जमा भक्तों के बीच जगमगाते दीपों का मनमोहक दृश्य कैप्चर किया। सभी दीपों को जलाने में करीब एक घंटा लगा, लेकिन आखिर में शहर प्रकाश का सागर बन गया।

इससे पहले दिन, रैलियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए भी राम मंदिर के उद्घाटन का जश्न मनाया गया। जनकपुर के महंतों ने भी अयोध्या में हुए समारोह में भाग लिया।

 

प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में अनावरण की गई रामलला की मूर्ति अब अयोध्या मंदिर के गर्भगृह में विराजमान है। मैसूरू के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई यह 51 इंच लंबी मूर्ति भगवान राम को बाल रूप में दर्शाती है।

नगर शैली में निर्मित भव्य राम मंदिर 380 फीट लंबा, 250 फीट चौड़ा और 161 फीट ऊंचा है। इसके 392 स्तंभ और 44 दरवाजे हैं, जिन पर हिंदू देवी-देवताओं की विस्तृत नक्काशी की गई है।

मुख्य द्वार के अलावा, मंदिर में पांच मंडप हैं – नृत्य, रंग, सभा, प्रार्थना और कीर्तन। परिसर में प्राचीन सीता कुआं और भगवान शिव का मंदिर भी स्थित है।

जनकपुर का यह दीपोत्सव राम मंदिर के शुभारंभ को एक अनूठा श्रद्धांजलि है, जो सदियों के इंतजार के बाद भगवान राम की घर वापसी का प्रतीक है।