प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही अयोध्या में सैकड़ों वर्षों का इंतजार खत्म हो गया है। लेकिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद भी एक सवाल उठ रहा है कि वो छोटी सी पुरानी मूर्ति का क्या हुआ जो 1949 में बाबरी मस्जिद में प्रकट हुई थी?
रामलला की वो मूर्ति जो 1949 में प्रकट हुई थी, अब कहाँ है? चौंकाने वाला खुलासा!
हमारे व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े
Join Now
श्रीराम जन्म भूमि के तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने बताया कि अस्थायी मंदिर में रखी श्री राम लला की पुरानी मूर्ति को नई मूर्ति के समक्ष रखा जाएगा।
ये मूर्ति 5 से 6 इंच ऊंची है और इसे देखने के लिए श्रद्धालुओं को पहले से ही लाइन लग रही है।
इसके अलावा, राम मंदिर के निर्माण में अब तक 1100 करोड़ रुपए से अधिक खर्च हो चुके हैं।
मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बताया कि उन्हें दुनिया का सबसे भाग्यशाली व्यक्ति महसूस हो रहा है कि उनकी बनाई मूर्ति को प्राण प्रतिष्ठा के लिए चुना गया है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मूर्ति को बनाने में बहुत मेहनत की है और उन्हें उम्मीद है कि श्रद्धालुओं को यह मूर्ति पसंद आएगी।
इस खबर से अयोध्या में खुशी की लहर है और लोग रामलला के दर्शन के लिए उमड़ रहे हैं।