
हाल ही में पुडुचेरी मैं कांग्रेस की सरकार गिराई गई है। जिसके बाद महाराष्ट्र की सरकार ने भी राज्य में सरकार गि’रने की आ’शंका जाहिर की है। शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र सामना में भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार पर तं’ज कसते हुए कहा है कि पुडुचेरी में उपराज्यपाल पद पर तै’नात रही किरण बेदी ने नारायणसामी सरकार को काम ही नहीं करने दिया।
शिवसेना ने सामना में यह भी कहा है कि महाराष्ट्र में भी भाजपा ऑ’प’रेशन लो’टस की शुरुआत करेंगी। लेकिन यहां सरकार गि’राने का भाजपा का सपना कभी पूरा नहीं हो सकता। सामना ने शिवसेना ने यह भी कहा है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गि’राने के बाद भाजपा अगला बार महाराष्ट्र पर करने वाली थी लेकिन उनकी कोशिश कामयाब नहीं हो पाई।
Uddhav Thackery
उसके बाद ‘बिहार के नतीजे आने दो फिर महाराष्ट्र में परिवर्तन लाएंगे’ की बात कही गई और अब पुडुचेरी में कांग्रेस की सरकार गि’राए जाने के बाद फिर से महाराष्ट्र को लेकर बात शुरू हो चुकी है। लेकिन जैसे दिल्ली दूर है। वैसे ही भाजपा के लिए महाराष्ट्र भी बहुत दूर है। शिवसेना ने भाजपा को महाराष्ट्र से दूर रहने की चे’तावनी देते हुए कहा है कि इस राज्य में शिवसेना है इसलिए भाजपा अ’नावश्यक तो’ड़फो’ड़ की कोशिश बिल्कुल ना करें।
शिवसेना ने कड़े शब्दों में भाजपा की आ’लोचना भी की है।

BJP
सामना में शिवसेना ने लिखा है कि पुडुचेरी में 5 कांग्रेस के विधायकों को अचानक भाजपा ने अपनी पार्टी में शामिल कर लिया जो कि बीते साढ़े 4 साल से कांग्रेस में थे। पुडुचेरी में 4 महीने बाद ही चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में केंद्र की सरकार को कम से कम 4 महीने तो रुक जाना चाहिए था।
शिवसेना ने यह भी कहा है कि दक्षिण भारत में कांग्रेस का वर्चस्व अभी खत्म होने लग गया है। भारत में अब सिर्फ पंजाब, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में ही कांग्रेस की सरकार है। इसके अलावा झारखंड और महाराष्ट्र सरकार में कांग्रेस शामिल है। यह माहौल देश के लो’कतंत्र के लिए काफी ख’तर’नाक है।