
भारत एक ऐसा देश है जहां के ध’र्मों जा’तियों के लोग रहते हैं। भारत में कई तरह की भाषाओं का इस्तेमाल किया जाता है। अक्सर भारत में एकजुटता और भाईचारा देखने को मिलता है। लेकिन कुछ लोग हमेशा ही एकता को निशा’ने पर ले आते हैं। और अक्सर ऐसी हरक’तें कर बैठते हैं कि जिससे देश का अमन, चैन ख’राब हो जाए। सभी ध’र्मों की अपनी अलग अलग आधार में किताबें होती हैं। जिनका हमें सबको ही सम्मान करना चाहिए।
इन किताबों को लोग पढ़ते हैं। लेकिन जरूरी नहीं है कि जिस ध’र्म के किताब हो उसको उसी ध’र्म के लोग पढ़े। कई लोग हर ध’र्म के किताबों को पढ़ते हैं। फिर भले ही वो इस धर्म का हो या किसी और ध’र्म का। आज हम आपको इ’स्लाम की पाक किताब क़ु’रान के बारे में बताएंगे,जिस इंसान ने भी कु’रआन को एक बार पढ़ कर समझ लिया,वो इंसान अपनी ज़िन्दगी में सही और सीधे रास्ते पर पर चलता है और हमेशा सुकून महसूस करता है।
Amitabh Bacchan
कु’रान-ए-पाक की ये खा’सियत है की इसको अगर कोई गै’र मु’स्लिम भी पढ़े तो उस पर वही अस’र होगा जो एक अह’ले-ई’मान पर होगा। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने भी कु’रआन की तिला’वत की है,जिन्हे देखकर सबके दिल में सुकून हो,वो जब खुद सु’कून ढूंढ़ने निकले तो उन्हें कु’रान पढ़कर वो सु’कून मिला। अमिताभ जी को किसी शख्स ने कु’रान पा’क गिफ्ट में दिया था और अमिताभ जी ने कु’रान का इंग्लिश त’र्जुमा पढ़ा,जिसके बाद अमिताभ जी की ज़िन्दगी में सु’कून आया।

Amitabh Bacchan
अमिताभ बच्चन ने अपने अकाउंट पर लिखा की वो कु’रान पाक का इंग्लिश तर्जुमा पढ़ते है और उन्हें बहुत सु’कून मिलता है। साथ ही अमिताभ बच्चन ने कुछ सु’रतो का त’र्जुमा भी शेयर किया। जिसके मु’ताबित इंसान की कि’स्मत में जो है वो होकर रहेगा,और जो उसकी कि’स्मत का है,उसको मिलेगा। केबीसी के सेट पर एक कंटेस्टेंट ने अमित जी को कु’रान पाक तोहफे में दिया था,और उन्होंने समय मिलने पर पढ़ेंगे कहा था।