
फ़ास्ट फ़ूड के शौकीन दुनियाभर में हैं। हर कोई चाहता है कि जो खाना वो ऑर्डर कर रहा है वह सही समय पर उसके पास पहुंचे। लेकिन कभी कभी भूल से कुछ गड़बड़ हो जाती है। जिसको नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन कई कोई इसको लेकर बहुत सीरियस हो जाते हैं। ऐसा ही एक सीरियस मामला उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से सामने आया है। जिसमें गलत डिलीवरी पर पिज्जा कंपनी को काफी भारी नुक़सान उठाना पड़ सकता है। बता दें कि साल 2019 में गाजियाबाद की रहने वाली दीपाली त्यागी ने एक वेज पिज्जा ऑर्डर किया था। लेकिन गलती से उनके पास नॉन वेज पिज्जा पहुंच गया।
इस छोटी सी गलती को लेकर उन्होंने अब कंपनी पर एक करोड़ रुपये हर्जाने (Compensation) का दावा ठोक दिया है। उनका कहना है कि वह पारिवारिक व धार्मिक मान्यताओं, अपनी पसंद व अपने अंत:करण से विशुद्ध शाकाहारी हैं। इससे हमारी धार्मिक भावना को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि “होली के दिन जब हम सभी होली के बाद पिज्जा खाने बैठे तो पहली बाइट लेते ही हमें पता चल गया कि ये नॉनवेज पिज्जा है। हमने मशरूम को ध्यान में रखते हुए पिज्जा का ऑर्डर दिया था लेकिन जो पिज्जा भेजा गया उसमें मांस के टुकड़े थे।”
जिसके बाद उन्होंने इस मामले को लेकर उपभोक्ता फोरम में केस दायर किया है और अमेरिकी पिज्जा कंपनी (American pizza company) से 1 करोड़ रुपये हर्जाना मांगा है। बता दें कि मामला दर्ज होने के बाद भी कंपनी ने इसको हल्के में लिया। जो अब काफी भारी पड़ सकता है। 26 मार्च 2019 को कंपनी के एक मैनेजर ने उन्हें कॉल किया और दीपाली के पूरे परिवार को फ्री वेज पिज्जा खिलाने की बात रखी। जिससे वह और भी ज़्यादा गुस्सा हो गई और कहा कि “यह कोई साधारण केस नहीं है, हमारी धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाई गई है।”