
अरुणाचल प्रदेश में जनता दल यूनाइटेड के 6 विधायकों के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद बिहार में सियासत काफी गरमाई हुई है। भले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ कुछ ठोस कदम नहीं उठाया लेकिन इसी बीच उन्होंने एक ऐसा बयान दे डाला है। इससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि भाजपा और जदयू के बीच मनमुटाव हो रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि उन्हें विधानसभा चुनाव के दौरान ही इस बात का अंदाजा हो गया था कि उनके साथ धो’खा हो रहा है। लेकिन तब तक बहुत ही देर हो चुकी थी।
इसके साथ नीतीश कुमार ने कहा है कि सा’जिश के तहत उन्हें चुनाव में ज्यादातर सीटों पर आया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान का जिक्र करते हुए न्यूज़ चैनल बिहार तक के रिपोर्टर उत्कर्ष कुमार ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर लिखा है कि BJP के साथ मनमु’टाव के बीच नीतीश कुमार का बड़ा ब’यान- ‘हमें विधानसभा चुनाव के दौ’रान ही अंदाजा हो गया था कि हम धो’खा खा गये हैं। हमें पता ही नहीं चला कि कौन दोस्त है और कौन दु’श्मन। किस पर भरोसा करें, किस पर नहीं। जब तक समझ पाते, तब तक बहुत देर हो चु’की थी। हमारी सरकार ने इतना अच्छा काम किया लेकिन दुष्प्र’चार और धो’खे से जेडीयू को चुनाव हरवाया गया।”
माना जा रहा है कि नीतीश कुमार का यह बयान सिर्फ यह नहीं द’र्शाता कि भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड के बीच मनमुटाव पैदा हो चुका है। इस तरफ भी इ’शारा कर रहा है कि राज्य में सत्तारूढ़ एनडीए की सरकार जल्द ही गि’रने वाली है। क्योंकि इंडिया के 2 बड़े राजनी’तिक दलों में आपसे विश्वास में कमी आ चुकी है और नीतीश कुमार के इस ब’यान के बाद इस पर आ’खिरी मुहर भी लग गई है। गौरतलब है कि इन्हीं अ’टकलों के बीच राजद के तमाम नेता नीतीश कुमार को अपने खेमे में लाने के लिए ब’यान देने लगे हैं। साथ ही प्रस्ताव रखा है कि नीतीश कुमार बीजेपी का साथ छो’ड़ें और तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाएं, खुद दिल्ली की राजनीति करने की तै’यारी करें।