बुधवार की तड़के उत्तर प्रदेश में एक भयानक सड़क दुर्घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर बिहार से दिल्ली जा रही एक स्लीपर बस बेहटा मुजावर क्षेत्र के गढ़ा गांव के पास एक दूध के टैंकर से टकरा गई। इस भीषण हादसे में 18 लोगों की दुखद मौत हो गई, जबकि 19 अन्य यात्री घायल हो गए।
प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि हादसा सुबह करीब 5:30 बजे हुआ, जब बस चालक को संभवतया झपकी आ गई और वह आगे चल रहे दूध के टैंकर में पीछे से टकरा गया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे कई यात्री फंस गए। दुर्घटनास्थल से चीख-पुकार मच गई और राहगीरों ने तुरंत यूपीडा कर्मियों को सूचना दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस और बचाव दल मौके पर पहुंचे और घायलों को बाहर निकालने का काम शुरू किया।
घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए बांगरमऊ सीएचसी में भर्ती कराया गया है। कुछ यात्रियों की हालत गंभीर बताई जा रही है। अधिकारियों ने मृतकों के परिजनों से संपर्क करने का प्रयास शुरू कर दिया है। अब तक, दो मृतकों की पहचान हो चुकी है, जो बिहार के रहने वाले हैं। शेष मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है।
इस हादसे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य को तेज करने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्होंने घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए आदेश दिया है।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि घायलों को बेहतर इलाज के लिए उन्नाव और कानपुर के अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि बिहार सरकार के साथ भी संपर्क स्थापित किया गया है, क्योंकि हादसे में घायल होने वालों में से अधिकांश बिहार के रहने वाले हैं।
यह हादसा सड़क सुरक्षा के मुद्दे पर एक बार फिर से चिंता जताता है। लंबी दूरी की यात्रा के दौरान चालकों को थकान न महसूस हो, इसके लिए पर्याप्त विश्राम लेना आवश्यक है। साथ ही, सड़क सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करना भी जरूरी है। तेज रफ्तार और लापरवाही से गाड़ी चलाना दुर्घटनाओं का मुख्य कारण बनता है।
अधिकारियों द्वारा हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। यह दुर्घटना हमें सड़क सुरक्षा के प्रति सचेत रहने और यात्रा के दौरान सतर्कता बरतने का पाठ देती है।